कच्चे तेल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 4,530 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 4,440 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
स्वेज नहर में कई दिनों तक फंसे कंटेनर जहाज के निकल जाने के बाद कल तेल की कीमतों में भारी गिरावट के बाद आज रिकवरी देखी जा रही है और इस हफ्रते होने वाली ओपेक प्लस की बैठक में नये कोरोना वायरस महामारी लॉकडाउन के बीच आपूर्ति को बढ़ाये जाने का मुद्दा चर्चा के केन्द्र में रह सकता है। विस्तार टेबल पर हो सकता है। अब जहाज फिर से स्वेज नहर के रास्ते से आगे बढ़ रहे है लेकिन बाजार की नजर वियना में होने वाली रूस सहित अन्य सहयोगियों एवं पेट्रोलियम निर्यातक देशों (ओपेक) के सं9गठन की बैठक है, जिसे सामूहिक रूप से ओपेक प्लस के रूप में जाना जाता है। सऊदी अरब जून तक उत्पादन में कटौती को बढ़ाये जाने के प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तैयार है, और कोरोना वायरस लॉकडाउन की नवीनतम लहर के बीच स्वैच्छिक एक तरफा कटौती को भी आगे बढ़ाने के लिए भी तैयार है। यूरोप में भारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामले के कारण तेल की माँग में बढ़ोतरी पर फिर से ब्रेक लगा दिया है। यूरोप में, संक्रमण की एक तीसरी लहर में बढ़ती संख्या ने अधिकारियों को सतर्क कर दिया हैं और फ्रांस के वित्त मंत्री ब्रूनो ले मैयर ने कहा है कि जनता की सुरक्षा के लिए सभी विकल्प खुले हुये हैं।
नेचुरल गैस पर बिकवाली का दबाव बरकरार रह सकता है। कीमतों को 187 रुपये के स्तर पर सहारा और 195 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। (शेयर मंथन, 30 मार्च 2021)