आवक में बढ़ोतरी की संभावना और सोया तेल के अधिक के कारण सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों में कल तीसरे दिन गिरावट हुई।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में शुक्रवार को 2.6% की गिरावट हुई है।
सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों में तेजी के रुझान के कमजोर पड़ने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,270 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है।
पिछले दो हफ्ते से सोयाबीन वायदा (मई) की कीमतों में गिरावट हो रही है और जवाबी खरीद को 3,750 रुपये के स्तर पर बाधा का सामना करना पड़ सकता है।
सोयाबीन वायदा (जुलाई) की कीमतों के 6,450-6,300 रुपये तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल मामूली गिरावट दर्ज की गयी है।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण सोयाबीन वायदा (दिसम्बर) की कीमतों में कल गिरावट दर्ज की गयी।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतें कल मामूली गिरावट के साथ बंद हुई है। मुनाफा वसूली के कारण सीबोट में भी सोयाबीन की कीमतों में गिरावट हुई है। राजस्थान सरकार द्वारा लगाई गयी स्टॉक सीमा से कीमतों की बढ़त सीमित हो रही है।
बेहतर आवक के कारण सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतें शुक्रवार को 1.5% की गिरावट के साथ बंद हुई।
विदेशी बाजारों में कमजोर रुझानों के कारण सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल 2.6% की गिरावट हुई है।
सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों में कल गिरावट हुई। हमें उम्मीद है कि कीमतें मौजूदा स्तरों के पास ही रहेंगी क्योंकि नये सीजन में सोयाबीन की आवक बाजार में हो रही है।
सोयाबीन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल सपाट बंद हुई है। अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने और मुनाफा वसूली के कारण अमेरिकी सोयाबीन की कीमतें लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुई।
सेबी द्वारा एनसीडीईएक्स को इंट्राडे में नये पोजिशन की अनुमति नहीं देने और कमोडिटीज के नये कॉन्टैंक्ट शुरू करने पर एक साल के लिए रोक के कारण सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतें कल 4% की गिरावट के साथ बंद हुई।
सोयाबीन वायदा (जून) में 3,750 रुपये के स्तर के नजदीक खरीदारी जारी रह सकती है।
सोयाबीन वायदा (जनवरी) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 3,055-3,090 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं।
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यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।
शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!