सोयाबीन वायदा (जुलाई) की कीमतों के 6,450-6,300 रुपये तक गिरावट दर्ज करने की संभावना है।
इस खरीफ सीजन में, तिलहन क्षेत्र के किसान खरीफ सीजन की बुवाई की संभावनाओं को लेकर उत्साहित हैं और उत्पादन क्षेत्र में वृद्धि की उम्मीद कर रहे हैं। सोयाबीन ऑयल प्रोसेसर्स एसोसिएशन को उम्मीद है कि सोयाबीन का उत्पदन क्षेत्र 5-7 फीसदी बढ़ जायेगा। अमेरिकी फसल मौसम में सुधार के पूर्वानुमान के कारण शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेंड में सोयाबीन वायदा की कीमतों में कल तेज गिरावट हुई है जबकि सोया तेल की कीमतों में 9% की गिरावट हुई है। सीबीओटी में जुलाई सोयाबीन की कीमतें 1.18-3 प्रति 4 डॉलर की गिरावट के साथ 13.29-1 प्रति 2 डॉलर प्रति बुशल और नयी फसल की कीमतें 90-1 प्रति 2 सेंट की गिरावट के साथ 12.52-3 प्रति 4 डॉलर पर बंद हुई।
तिलहन कारोबार में नरमी के कारण आरएम सीड वायदा (जुलाई) की कीमतों में 6,480-6,400 रुपये तक गिरावट जारी रहने की संभावना है। देश भर के प्रमुख बाजारों में सरसों की आवक बढ़ी है। बेंचमार्क बाजार जयपुर में सरसों की कीमतें 6,875-6,900 रुपये प्रति 100 किलोग्राम के दायरे में रही है जो पिछले बंद भाव से 25 रुपये अधिक है।
सोया तेल वायदा (जुलाई) की कीमतों के 1,170-1,160 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (जून) के कीमतों के 960-950 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। सीबीओटी में जुलाई सोया तेल की कीमतें 5.5 सेंट गिरकर 56.57 सेंट प्रति पाउंड पर बंद हुई। अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी द्वारा सोया आधरित बायोडीजल सहित जैव ईंधन के सम्मिश्रण की आवश्यकता वाले जनादेश से अमेरिकी तेल रिफाइनरों को राहत प्रदान करने के तरीकों पर विचार करने की रिपोर्ट को अनदेखा करते हुए कारोबारियों द्वारा मुनाफा वसूली के कारण हाल के दिनों में कीमतों में गिरावट हो रही है। मलेशियाई पॉम तेल सितम्बर वायदा की कीमतें 34 रिंगिट की गिरावट के साथ 3,310 रिंगिट प्रति टन के स्तर पर आ गयी है। (शेयर मंथन, 18 जून 2021)
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