कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 920 रुपये के स्तर पर रेजिस्टेंस रहने की संभावना है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में नरमी के रुझान पर कीमतों एक दायरे में कारोबार कर सकती है। आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों में 13 दिनों की तेजी के बाद उच्च स्तर पर मुनाफ वसूली के कारण गिरावट हुई है। अमेरिका में 12 नवंबर तक फसल की कटाई लगभग 64% हो चुकी है जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4% अधिक है। घरेलू बाजार में बेहतर कीमतों के बाद आवक में बढ़ोतरी होने की संभावना है। अच्छी क्वालिटी के कपास की कीमतें 4,000-4,850 रुपये क्विंटल के दायरे में कारोबार कर रही हैं। मेंथा ऑयल वायदा (नवंबर) की कीमतों में 1,595 रुपये तक गिरावट जारी रहने की संभावना है। मेंथा ऑयल के सभी मौजूदा कॉन्ट्रैक्टों की खरीद पर 13 नवंबर से कुल विशेष मार्जिन 20% लगा दिया गया है। गेहूँ वायदा (दिसंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,708-1,735 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। आगामी वैवाहिक सीजन की माँग को पूरा करने के लिए पर्याप्त सप्लाई के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है। इस माह के प्रारंभ तक भारत सरकार के गोदामों में 23.9 मिलियन टन गेहूँ का स्टॉक पड़ा हुआ था जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 27.1% अधिक है। मौजूदा बाजार वर्ष में सरकार द्वारा गेहूं की खरीद पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 35% बढ़कर 30.8 मिलियन टन हुई थी। चना वायदा दिसंबर की कीमतों में 5,000 रुपये तक तेजी बरकरार रहने की संभावना है। अब घरेलू बाजारों में आवक कम होने और ऑस्ट्रलिया में कम उत्पादकता के कारण निचले स्तर पर खरीदारी हो सकती है। (शेयर मंथन, 15 नवंबर 2017)
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