हल्दी वायदा (दिसंबर) की कीमतों में 6,700 रुपये तक गिरावट जारी रहने की संभावना है।
घरेलू बाजारों में किसानों के पास पर्याप्त स्टॉक के बीच माँग कम होने और उत्पादन क्षेत्रों से बढी हुई आपूर्ति के कारण इरोद के हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतों में गिरावट हुई है। किसान केवल मध्यम क्वालिटी की हल्दी ही बाजार में बिक्री के ला रहे हैं। अच्छी क्वालिटी के हल्दी की आवक नही होने से भी कीमतों को मदद नही मिल रही है। फिंगर वेरायटी की कीमतों में 50-100 रुपये किवंटल की गिरावट हुई है, लेकिन रूट वेरायटी की कीमतों में 100 रुपये किवंटल की बढ़ोतरी हुई है इरोद टर्मरिक मर्चेट एसोसिएशन में फिंगर वेरायटी की कीमतों 5,780-8,569 रुपये प्रति किवंटल हैं और रूट वेरायटी की कीमतें 5,522-7,612 रुपये प्रति किवंटल के दायरे में है। जीरा वायदा (दिसंबर) की कीमतों में तेजी के रुझान के साथ 20,000 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है। घरेलू खरीदारी के कारण गुजरात के बेंचमार्क बाजार ऊझा और राजकोट में जीरे की कीमतों में 25-40 रुपये प्रति किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। धनिया वायदा (दिसंबर) की कीमतों के 4,900-5,050 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात के प्रमुख बाजारों सीमित कारोबार के कारण हाजिर कीमतों में स्थिरता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश औऱ गुजरात के प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में धनिया की बुआई शुरु होने के कारण आवक कम हो गयी है लेकिन घरेलू बाजारों में पर्याप्त स्टॉक के कारण धनिया की कीमतों में बहुत अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना नही है। (शेयर मंथन, 16 नवंबर 2017)
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