कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों में 925 रुपये के स्तर पर सपोर्ट के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
धागा बाजार के अच्छे टर्न ओवर ने धागा मिलों को कपास सर्वे से पता चलता है कि बहुत से किसानों की फसल से प्रभावित हुई। बारिश के बाद अधिक नमी के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुई है। इससे महाराष्ट्र में फसल की कटाई और आपूर्ति भी प्रभावित हुई है। चना वायदा (दिसंबर) कीमतों के 48,00-49,55 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। चने की बुआई क्षेत्र में बढ़ोतरी के कारण कीमतों में तेजी का रुझान बाधित हुआ है। गेहुँ वायदा (दिसम्बर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 1,670 रुपये के स्तर पर लुढ़कने की संभावना है। सरकारी गोदामों में पर्याप्त कैरी ओवर स्टॉक है और ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्च 2018 तक देश में 0.5-0.6 मिलियन टन गेहूँ का आयात किया जा सकता है। इसके साथ ही कारोबारी अत्यंत सतर्क हैं और बुआई की प्रगति पर पैनी नजर रखे हैं। मौजूदा रबी सीजन में अभी तक गेहूँ की बुआई में 20% की तेजी गिरावट दर्ज की जा रही है। (शेयर मंथन, 29 नवंबर 2017)
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