कपास वायदा (अप्रैल) की कीमतों को 940 रुपये के नजदीक सहारा मिल सकता है।
विश्व बाजार में तेजी के रुझान पर कपास की कीमतों में वापसी भी हो सकती हैं। अमेरिका के प्रमुख कपास उत्पादक राज्य टेक्सस में सूखे की आशंका के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार आईसीई में कपास की कीमतें लगभग 4% की उछाल के साथ छह हफ्ते के उच्च स्तर पर 85.23 सेंट के स्तर पर पहुँच गयी हैं। घरेलू बाजर में कम बिकवाली और थोक खरीदारी की ओर से बेहतर माँग के कारण मध्य भारत के अधिकांश हाजिर बाजारों में कपास की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। दक्षिण भारत के थोक खरीदारों की ओर से भी खरीदारी में बढ़ोतरी हुई है। चना वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी रुझान के साथ 3,650-3,750 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। इसे 3,645 के स्तर पर सहारा मिलने की संभावना है। आयात शुल्क में बढ़ोतरी के बावजूद हाजिर बाजारों में कम खरीदारी के कारण कीमतों में गिरावट हुई है। हाजिर बाजार में कम कारोबार के कारण चने की कीमतों में कुल मिलाकर मिला-जुला रुझान रहा है। हैदराबाद, जलगांव, लातूर के बाजारों में चने की कीमतों में 50-100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है, जबकि दिल्ली, अहमदनगर, अकोला और अमरावती के बाजारों में 25-100 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम की गिरावट हुई है। कॉटन ऑयल सीड केक वायदा (अप्रैल) की कीमतें 1,500 रुपये तक लुढ़क सकती है। कमजोर माँग के कारण बेंचमार्क कड़ी बाजार में कॉटन ऑयल सीड केक की कीमतें 1,500 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम के स्तर पर पहुँच गयी हैं। पशु आहार निर्माताओं की ओर से मौजूदा कीमतों पर कॉटन ऑयल सीड केक की माँग काफी कम है और वे अन्य सस्ते विकल्पों की खरीदारी कर रहे हैं, जो 1,100-1,350 रुपये के दायरे में उपलब्ध है। (शेयर मंथन, 06 मार्च 2018)
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