सोयाबीन वायदा (मई) की कीमतों में 3,600 रुपये के स्तर पर समर्थन के साथ गिरावट पर रोक लग सकती है।
प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में कम उत्पादन के कारण खरीफ सीजन 2018-19 (जुलाई-जून) में सोयाबीन के बीजों की कमी होने का अनुमान है। शुरुआती आँकड़ों के अनुसार 2,90,976 टन सोयाबीन बीजों की जरूरत के मुकाबले देश में इस वर्ष 2,81,659 टन बीज ही उपलब्ध होने की संभावना है। सोयाबीन के बीजों की कम उपलब्ध्ता को देखते हुए सरकार उपलब्ध बीजों का इस्तेमाल उचित उपचार के बाद ही करने का सुझाव दे रही है।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (मई) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 752-758 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। इस खाद्य तेल की माँग काफी कम है और आपूर्ति पर्याप्त होने के कारण विक्रेता अधिक कीमतें नही ले रहे हैं। सीपीओ वायदा (मई) की कीमतों में नरमी का रुझान रह सकता है और कीमतें 636-646 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। बीएमडी में पॉम ऑयल की कीमतों में नरमी के कारण घरेलू बाजार में पॉम ऑयल की कीमतों पर दबाव पड़ रहा है।
सरसों वायदा (मई) की कीमतों के 3,730-3,830 रुपये के दायरे में कारोबार के साथ इसमें बढ़त पर रोक लगी रह सकती है। सरसों तेल और सरसों केक की सुस्त माँग के कारण पेराई मिलों की ओर से माँग कम होने और हाजिर बाजारों में आवक के कारण कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। (शेयर मंथन, 03 मई 2018)
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