हल्दी (जून) वायदा में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
हल्दी की कीमतें 7,490-7,450 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। पिछले 15 दिनों में हल्दी की कीमतों में लगातार तेजी के बाद देश के प्रमुख बाजारों में कीमतों में तेजी पर रोक लग गयी है। प्रमुख बाजार निजामाबाद में 2,500 बैग हल्दी की आवक हुई है और कीमतों में स्थिरता है। इसी प्रकार इरोद बाजार में 4,000 बैग हल्दी की आवक हुई है और वहाँ भी हल्दी में स्थिरता है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 7,399-8,659 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 6,809-7,977 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं। इरोद को ऑपरेटिव मार्केट सोसाइटी में फिंगर वेराइटी की कीमतें 7,500-8,716 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतें 6,800-7,977 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में बिक रही हैं।
जीरा वायदा (जून) कीमतों के 15,400-15,800 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। वर्तमान समय में राजस्थान के प्रमुख बाजारों में आवक जोर-शोर से होने के कारण हाजिर बाजारों में कीमतों में नरमी का रुझान है। लेकिन निचले स्तर पर थोड़ी माँग के कारण प्रमुख बाजारों में जीरे की कीमतों में 10-20 रुपये प्रति 20 किलो ग्राम की बढ़ोतरी हुई है। फिर भी घरेलू कारोबारियों की ओर से सुस्त खरीदारी और सुस्त माँग के कारण कुल मिलाकर नरमी का सेंटीमेंट है।
धनिया वायदा (जून) की कीमतों को 4,900 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। हाजिर बाजारों में माँग में लगातार कमी और बेहतर आवक के कारण धनिया की कीमतों में गिरावट हो रही है। कारोबारियों और स्टॉकिस्टों के पास पहले से ही कम कीमतों पर काफी अधिक स्टॉक है और वे कम होती कीमतों पर भी नयी खरीदारी नही करना चाहते हैं। (शेयर मंथन, 09 मई 2018)
Add comment