हल्दी वायदा (अगस्त) की कीमतों को 7,300 रुपये के स्तर पर अड़चन रहने की संभावना है।
हाजिर बाजारों में सुस्त कारोबारी गतिविधियों के कारण प्रमुख बाजारो में हल्दी की कीमतों में गिरावट है। महाराष्ट्र में हल्दी की बुआई रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच सकती है, क्योंकि पिछले वर्ष में किसानों को अन्य फसलों की तुलना में हल्दी से अधिक लाभ हुआ है। इस बीच कारोबारियों के अनुसार अन्य हल्दी उत्पादक राज्यों में अच्छी बारिश होने के बाद बुआई में तेजी आने की संभावना है।
जीरे के अन्य उत्पादक देशों में कम उपलब्धता के बाद लगातार निर्यात माँग के कारण जीरा वायदा (अगस्त) की कीमतों को 19,450 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता हैं। कल ऊंझा बाजार में जीरे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है, जबकि राजस्थान के बाजारों में जीरे की कीमतों में स्थिरता है। ट्रांसपोर्टरों की हड़ताल के कारण गोदल और राजकोट का बाजार बंद है। रुपये के कमजोर होने के कारण चीन, बांग्लादेश और ताइवान की ओर से बेहतर निर्यात माँग की खबरें हैं।
वहीं इलायची वायदा (अगस्त) की कीमतों के 1,130 रुपये से ऊपर ही कारोबार करने की संभावना है। केरल के कृषि विभाग के अनुसार इडुक्की में भारी बारिश के कारण लगभग 1337.60 हेक्टेयर की फसल को नुकसान हुआ है। इस बीच केरल के वंदनमेडू और तमिलनाडु के बोदीकयानूर के नीलामी केन्द्रों पर इलायची की नयी फसल की आवक शुरू हो गयी है। नयी फसल की क्वालिटी औसत है और बड़ी इलायची की आवक अभी शुरू नही हुई है। (शेयर मंथन, 27 जुलाई 2018)
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