हल्दी वायदा (सितंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 6,700-6,900 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
हाजिर बाजारों में हल्दी की आवक कम हुई है, लेकिन कीमतों में बढ़ोतरी नही हुई है। इरोद टर्मरिक मर्चेन्ट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेरायटी की कीमतों में 400 रुपये प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है। रेगुलेटेड मार्केट कमिटी में फिंगर वेरायटी की कीमतों में 40 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी और रूट वेराइटी की कीमतों में 300 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट हुई है।
उधर जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतों में 19,000-18,800 रुपये तक गिरावट हो सकती है। गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्रों में बारिश में तेजी आने से अक्टूबर के अंत में शुरू होने वाली जीरे की बुआई अधिक हो सकती है, जिसके कारण जीरे की कीमतों में गिरावट जारी रह सकती है।
वहीं धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में 4,500 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है। हाजिर बाजारों में खरीदारों के बाजार से दूर रहने के कारण माँग कम हो रही है। इलायची वायदा (सितंबर) की कीमतों को 1,400 के स्तर पर अड़चन रह सकती है। आगामी दिनों में बाजार की नजर नयी फसल के नीलामी केन्द्रों पर आने के साथ ही निर्यात की संभावना पर रहेगी। लेकिन आयातक देशों द्वारा क्वालिटी को लेकर सख्त मानक के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है। 1 सितंबर से ही सऊदी अरब द्वारा भारतीय इलायची पर कीटनाशकों को लेकर प्रतिबंध के कारण कीमतों में नरमी का रुझान रह सकता है। (शेयर मंथन, 29 अगस्त 2018)
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