कच्चे तेल की कीमतों के बढ़त के साथ खुलने की संभावना है।
कारोबारियों की नजर ईरान के तेल निर्यात पर अमेरिकी प्रतिबंध पर है, जिसके कारण तेल बाजार में आपूर्ति कम हो सकती है। अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी और कच्चे तेल के उत्पादन में बढ़ोतरी के लिए रूस एवं सऊदी अरब के बीच गुप्त करार की अटकलों के कारण कल तेल की कीमतों में चार वर्षो के उच्च स्तर से गिरावट हुई थी। इस बीच छह प्रमुख पेट्रोलियम के वायदा और ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट में शॉर्ट पोजिशन 2013 के बाद निचले स्तर पर पहुँच गया है, जिससे कच्चे तेल के बाजार में शॉर्ट और लॉन्ग पोजिशन में काफी अंतर हो गया है। कच्चे तेल की कीमतों को 5,450 रुपये पर सहारा और 5,540 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है। (शेयर मंथन, 05 अक्टूबर 2018)
Add comment