कच्चे तेल की कीमतों के बढ़त के साथ खुलने की संभावना है।
ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध के कारण तेल निर्यात में कमी और सऊदी अरब के एक प्रमुख पत्राकार के गायब होने के बाद सामरिक तनाव बढ़ने के कारण आज विश्व बाजार में तेल की कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। ईरान ने अक्टूबर के पहले दो हफ्ते में चीन और भारत सहित कुछ देशों को 1.33 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का निर्यात किया है, जबकि अप्रैल में जब अमेरिका ने बहुपक्षिय समझौते से बाहर निकलने से पहले ईरान कम से कम 2.5 मिलियन बैरल प्रति दिन तेल का निर्यात करता था। इस बीच सऊदी अरब के शाह ने कहा है कि वे भारत की बढ़ती तेल की जरूरतों को पूरा करने के लिए वचनबद्ध हैं। कच्चे तेल की कीमतों को 5,240 रुपये पर सहारा और 5,350 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकती है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 235-244 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिकी नेचुरल गैस की माँग में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना से अमेरिकी गैस वायदा की कीमतों में कल लगभग 3% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2018
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों के सीमित दायरे में रहने की संभावना है और कीमतें 235-244 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिकी नेचुरल गैस की माँग में अनुमान से अधिक बढ़ोतरी जारी रहने की संभावना से अमेरिकी गैस वायदा की कीमतों में कल लगभग 3% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 16 अक्टूबर 2018
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