हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 6,500 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
कम कारोबार के कारण देश के प्रमुख हाजिर बाजारों में हल्दी की कीमतों में नरमी का रुझान है।
जीरा वायदा (जनवरी) की कीमतें 18,400 रुपये तक लुढ़क सकती हैं। हाजिर बाजारों में कम खरीदारी के कारण हाल ही में जीरे की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। खरीदार नयी फसल की आवक का इंतजार कर रहे हैं और फिलहाल खरीदारी कम कर रहे हैं। जीरे की बुआई दिसंबर के अंत तक होगी और नयी फसल की आवक फरवरी के अंत में शुरू होगी। गुजरात में 26 नवंबर तक जीरे की कुल बुआई 1,22,200 हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 36% कम है।
धनिया वायदा (जनवरी) की कीमतों में 6,400 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है। प्रमुख उत्पादन क्षेत्रों में मॉनसून के दौरान कम बारिश के बाद बुआई में कमी की आशंका से देश के प्रमुख बाजारों में धनिया की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। सूत्रों के अनुसार राजस्थान में धनिया की बुआई अभी तक आधी हुई है, जबकि मध्य प्रदेश में बुआई 20% कम हुई है। कारोबारी सूत्रों के अनुसार 2018-19 में धनिया का उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में कम होकर लगभग 2,40,000 टन होने का अनुमान है। (शेयर मंथन, 07 दिसंबर 2018)
Add comment