सोयाबीन वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3,500-3,480 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है।
हाल ही में सोपा ने तीन प्रमुख सोयाबीन उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र के 41 जिलों का सर्वे कराया है। सर्वे के अनुसार मध्य प्रदेश और राजस्थान के जिलों में सोयाबीन की फसल कुल मिलाकर बेहतर स्थिति में है। महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्रों में भी सोयाबीन की फसल की स्थिति अच्छी है। लेकिन मराठवाड़ा में देर से हुई बुआई के कारण फसल अभी शुरुआती अवस्था में है।
सरसों वायदा (सितंबर) की कीमतें 3,910-3,940 रुपये के काफी कम दायरे में सीमित दायरे में कारोबार कर सकती हैं। स्थानीय पेराई मिलों की ओर से माँग में बढ़ोतरी के कारण हाजिर कीमतों में मजबूती देखी जा रही है। आने वाले दिनों में, तेल मिलों और सरसोंमील निर्यातकों की ओर से माँग बढ़ने की उम्मीद है।
सोया तेल वायदा (सितंबर) की कीमतों के 739-742 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (अगस्त) की कीमतों को 532 रुपये के स्तर पर रुकावट का सामना करना पड़ सकता है। सीबाट में सोया तेल की कीमतो में नरमी के कारण भी कीमतों पर दबाव पड़ रहा है। सीबोट में सोया तेल सितम्बर वायदा की कीमतें 0.31% गिरावट के साथ 27.56 सेंट के स्तर पर पहुँच गयी हैं। मलेशियन पॉम ऑयल की कीमतों में भी दो महीने के उच्च स्तर से गिरावट दर्ज की गयी है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध के कारण सीबोट में सोया तेल की कीमतों में गिरावट हो रही है। अमेरिका द्वारा चीन को मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाला बताये जाने के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद गहराने से खाद्य तेल की कीमतों पर नरमी का दबाव देखा जा रहा है। (शेयर मंथन, 07 अगस्त 2019)
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