हल्दी वायदा (नवंबर) की कीमतों में 6,195 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान रहने की संभावना है।
इरोद बाजार में कारोबारियों को मिल रहे घरेलू माँग के कारण कीमतों में स्थिरता है। दो महीने के बाद कुछ कारोबारियों को नया घरेलू ऑर्डर मिला है। इसलिए वे अच्छी क्वालिटी की हल्दी की माँग कर रहे हैं। हल्दी के 3,500 बैग मध्यम और खराब क्वालिटी की आवक हुई है और 500 बैग अच्दी क्वालिटी की आवक हुई है। खरीदारों ने 65% मध्यम और खराब क्वालिटी की हल्दी की खरीदारी की है। इरोद हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन सेल्स यार्ड में फिंगर वेराइटी की कीमतें 6,356-7,349 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतें 5,689-6,609 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में रहीं।
जीरा वायदा (नवंबर) की कीमतें 16,725 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ 17,040 रुपये तक रिकवरी कर सकती हैं। प्रमुख उत्पादक राज्यों गुजरात और राजस्थान में जीरे की बुआई में 10-15 दिनों की देरी होने से संभावना से कीमतों को मदद मिल सकती है।
धनिया वायदा (नवंबर) कीमतों में 6,930 रुपये के स्तर पर सहारे के साथ तेजी का रुझान रह सकता है। इस वर्ष नयी फसल की बुआई में देरी की संभावना और जोरदार माँग के कारण कीमतों में तेजी का सेंटीमेंट है।
इलायची वायदा (नवंबर) की कीमतें 2,595-2,655 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। मसाला बोर्ड के ई-ऑक्सन केन्द्र बोदीकयानूर में बड़े ग्रेड की इलायची की कीमतों में गिरावट होनी शुरू हो गयी है। उत्पादन क्षेत्रों मौजूदा बारिश के बाद आगामी महीनों में आवक बेहतर होने की संभावना से नरमी का सेंटीमेंट है। वर्तमान समय में अधिकांश कारोबारी ताबड़तोड़ खरीदारी से हिचक रहे हैं और इस कारण खरीदारी कम हो रही है। (शेयर मंथन, 06 नवंबर 2019)
Add comment