धीमी आवक के कारण सोयाबीन वायदा (नवम्बर) की कीमतों में तेजी का रुझान रहने की संभावना है और कीमतें 4,275 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 4,350 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
सोया तेल और सोयामील की माँग के कारण सोयाबीन की पेराई की गति अधिक है और प्लांट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए उच्च कीमतों पर भी अधिक खरीदारी कर रहे है। हाल ही में हुई बारिश के कारण महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 20-30% सोयाबीन पफसल के नुकसान की खबरों से सोयाबीन और सोया तेल की कीमतों में तेजी का रुझान है। मध्य प्रदेश की मंडियों में सोयाबीन की कीमतों 3,800-4,300 रुपये के दायरे में है। अमेरिकी कृषि विभाग के अनुसार निजी निर्यातकों द्वारा अज्ञात स्थानों पर 1,32,000 टन अमेरिकी सोयाबीन बेचे जाने की खबर के बाद सीबोट में सोयाबीन की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। यह लगातार छठा दिन है जब अमेरिकी कृषि विभाग सोयाबीन या मक्का की अधिक बिक्री की खबर दी है।
सरसों वायदा (नवम्बर) की कीमतों 5,640-5,750 रुपये के स्तर तक बढ़त दर्ज कर सकती है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों से कम आवक और मिलों की मजबूत माँग के कारण कीमतों को समर्थन मिल सकता है। नॉफेड द्वारा अगली सूचना तक सरसों की नीलामियों को निलंबित कर दिये जाने से कीमतों को मदद मिल सकती है।
सोया तेल वायदा (नवम्बर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 947-957 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की उम्मीद है, जबकि सीपीओ वायदा (अक्टूबर) की कीमतों 787-797 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। कम होते उत्पादन के बीच बेहतर निर्यात और डालियन एक्सचेंज में तेजी के रुझान के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतों में लगातार दूसरे दिन बढ़त दर्ज की गयी है और बेंचमार्क जनवरी वायदा की कीमतें 30 रिंगिट या 1.1% बढ़कर 2,888 रिंगिट के स्तर पर बंद हुई है। कारोबारियों को चौथी तिमाही में मलेशियाई पॉम तेल के उत्पादन में गिरावट की उम्मीद है, जो श्रम की कमी और गीला मौसम के कारण प्रभावित हुआ है, जबकि सितंबर में उत्पादन में सिर्फ 0.3% की वृद्धि हुई थी। (शेयर मंथन, 22 अक्टूबर 2020)
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