सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों के 4,220-4,320 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
अच्छी गुणवत्ता वाली सोयाबीन की कमजोर उपलब्धता के कारण इंदौर की मंडियों में सोयाबीन की कीमतों में 4,300 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ोतरी हुई है। नीमच मंडी में, सोयाबीन (अच्छी गुणवत्ता) की कीमतें 3,920-4,600 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में है जबकि सोया रिफाइंड (औसत गुणवत्ता) की कीमतें 3,710-3,803 रुपये प्रति क्विंटल के दायरे में है। सोयाबीन की प्लांट डिलीवरी की कीमतें भी 4,250 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक रही। आरएम सीड (नवम्बर) वायदा की कीमतों में 6,150 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 6,320-6,380 रुपये तक तेजी बरकरार रह सकती है।
सरसों की कीमतों में बेलगाम वृद्धि जारी है और कीमतें एक नये रिकॉर्ड के साथ 6,300 रुपये के स्तर को पार कर गयी है। इसके साथ ही तेल और ऑयल केक की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। जयपुर के हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतें 45 रुपये बढ़कर 6,345-6,350 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। सभी प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में सरसों की कुल आवक 100,000 क्विंटल रही है। व्यापारियों के अनुसार, स्टॉकिस्टों द्वारा सक्रिय रूप से खरीदारी के कारण सरसों और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आयी हैं।
सोया तेल वायदा (नवम्बर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 990-995 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (नवम्बर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 860-865 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। प्रतिद्वंद्वी नरम तेलों के साथ-साथ सरसों के तेल की कमी के कारण खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी का रुझान है। दूसरी ओर, कम उत्पादन और अधिक माँग के कारण मलेशिया में पाम ऑयल का स्टॉक 20 अक्टूबर तक तेजी से कम हो गया है। इस सप्ताह की शुरुआत से पॉम तेल की कीमतें तेजी से बढ़ी है जिससे सोया तेल की कीमतों को मदद मिल रही है। हाजिर बाजारों में, अधिक त्योहारी खरीदारी और मजबूत वैश्विक संकेतों के कारण मध्य प्रदेश की मंडियों में सोया तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है और सोया रिफाइंड की कीमतें बढ़कर 985-990 रुपये पर जबकि सोया विलायक की कीमतें 935-940 रुपये हो गयी है। (शेयर मंथन, 05 नवम्बर 2020)
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