अंतरराष्ट्रीय बाजारों से तेजी के रुझानों के कारण सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों के 4,360-4,380 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है।
सोयाबीन की फसल को नुकसान और संक्रमित फसलों की आवक की रिपोर्ट के कारण इंदौर की मंडियों में सोयाबीन की कीमतों में 4,350 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ोतरी हुई है। शिकागो में सोयाबीन वायदा की कीमतें आज चार वर्षों में पहली बार 11 डॉलर प्रति बुशल के स्तर पर पहुँच गयी है क्योंकि दक्षिण अमेरिका के कुछ हिस्सों में सूखे मौसम के कारण चीन की ओर से अधिक माँग के समय आपूर्ति को लेकर चिंता बढ़ गयी। आरएम सीड (नवम्बर) वायदा की कीमतों में 6,150 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 6,320-6,380 रुपये तक तेजी बरकरार रह सकती है।
सरसों की कीमतों में वृद्धि जारी है। इसके साथ ही तेल और ऑयल केक की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। जयपुर के हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतें 35 रुपये बढ़कर 6,380-6,385 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। सभी प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में सरसों की कुल आवक 100,000 क्विंटल रही है। व्यापारियों के अनुसार, स्टॉकिस्टों द्वारा सक्रिय रूप से खरीदारी के कारण सरसों और अन्य खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी आयी हैं।
सोया तेल वायदा (नवम्बर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ 1,010-1,015 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है, जबकि सीपीओ वायदा (नवम्बर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 875-880 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है। मलेशियाई पॉम तेल वायदा की कीमतें आज 3% की उछाल के साथ आठ साल के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैा, जो अक्टूबर में पॉम ऑयल के भंडार और उत्पादन में भारी गिरावट के सर्वेक्षण के बाद लगातार तीसरे दिन बढ़ोतरी है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश में पॉम ऑयल का भंडार अक्टूबर में 9.8% कम होकर 1.56 मिलियन टन रहने का अनुमान है जो जून 2017 के बाद सबसे कम है। डालियान एक्सचेंज में सबसे सक्रिय सोया तेल की कीमतें 0.4% बढ़ी है, जबकि पॉम तेल की कीमतों में 1.6% की बढ़ोतरी हुई है। शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेंड पर सोया तेल की कीमतें 3.5% बढ़ी है। (शेयर मंथन, 06 नवंबर 2020)
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