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हल्दी को 8,000-8,580 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना - एसएमसी

उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण हल्दी वायदा (सितंबर) कीमतों में कल 5% की गिरावट हुई है। 

कीमतों के 8,000-8,580 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। निजामाबाद बाजार में कल हल्दी की कीमतें मामूली गिरावट के साथ 7,660 रुपये प्रति 100 किलोग्राम हो गयी हैं। घरेलू खरीदारों की ओर से माँग और निर्यात के लिए पूछताछ में बढ़ोतरी के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। सभी दक्षिणी राज्यों और महाराष्ट्र में हल्दी की फसल अच्छी स्थिति में है, इसलिए अगले सीजन में बहुत अच्छे उत्पादन की उम्मीद है। लेकिन इसके औषधीय और प्रतिरक्षा संबंधी अन्य लाभों के कारण दुनिया भर में हल्दी की माँग बढ़ गयी है।

उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण जीरा वायदा (सितंबर) की कीमतों में 3.3% की गिरावट हुई है। फिर भी कीमतें 15,155 रुपये के स्तर से ऊपर खुलती है तो तेजी दर्ज की जा सकती है जबकि कीमतों को 14,860 रुपये पर सहारा रहने की संभावना है। त्योहारों के मौसम से पहले अपने स्टॉक को भरने के लिए व्यापारियों की ओर से कुछ माँग हुई है, इसलिए प्रमुख मंडी-ऊँझा में जीरा की कीमतों में 1% से अधिक की गिरावट हुई है और कीमतें 14,900 रुपये प्रति 100 किलोग्राम हुई है। वाणिज्य विभाग के आँकड़ों के अनुसार अप्रैल-मई में जीरा का निर्यात पिछले साल के निर्यात की तुलना में 14% अधिक हुआ है। 2021 में जनवरी-जून के दौरान देश ने पिछले साल की समान अवधि समय के 90,000 टन की तुलना में 1.20 लाख टन से अधिक जीरा निर्यात किया है।
उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली के कारण धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों में कल 5% की गिरावट हुई है। अब कीमतों के 8,000-8,500 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। स्टॉकिस्टों की दिलचस्पी और मसाला मिलों द्वारा नियमित खरीद के कारण हाजिर बाजार में कीमतों में 2.5% से अधिक की उछाल दर्ज की गयी है। गुना मंडी में धनिया के भाव में बढ़ोतरी हुई है। देश की ज्यादातर मंडियों में धनिया की कीमतें 7,000 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर को पार कर गयी है। मंडी व्यापारियों को उम्मीद है कि निर्यात माँग में वृद्धि से कीमतों में तेजी आना तय है। (शेयर मंथन, 27 अगस्त 2021)

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