सोयाबीन वायदा (दिसम्बर) की कीमतें कल लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुई क्योंकि कम आवक के बीच तेल मिलों की ओर से सोयाबीन की अधिक माँग हो रही है।
कीमतों के 5,350-5,600 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। देश में कीमतों को नियंत्राण में रखने वाले तिलहन और खाद्य तेल पर स्टॉक सीमा के कार्यान्वयन की समीक्षा को लेकर सरकार बहुत सतर्क है। एसईए के अनुसार, सोयामील का निर्यात इस साल सितंबर में तेजी से घटकर 5,831 टन रह गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 68,576 टन था। विश्व बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में तेजी के रुझान पर खाद्य तेल की कीमतों में कल बढ़ोतरी हुई है नवंबर की शुरुआत में निर्यात बढ़ने के कारण मलेशियाई पॉम तेल वायदा कीमतों में तेजी दर्ज की गयी। 1-10 नवंबर के लिए मलेशियाई पॉम तेल का निर्यात पिछले महीने की इसी अवधि की तुलना में 8.7% बढ़ा।
डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा 1.9% बढ़ा है जबकि पॉम तेल वायदा 2.6% बढ़ा है सीबीओटी पर सोया तेल की कीमतें भी 0.7% बढ़ी है। एमपीओबी मासिक आँकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के अंत में पॉम तेल का स्टॉक वर्ष-दर-वर्ष 4.42% बढ़कर 1.83 मिलियन टन हो गया, जबकि उत्पादन 1.3% बढ़कर 1.73 मिलियन टन और निर्यात 12.03% कम होकर 1.42 मिलियन टन रह गया। खाद्य तेलों पर उच्च शुल्क मूल्य और अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के कारण कीमतों को मदद मिल रही है।
रिफाइंड सोया तेल वायदा (दिसम्बर) की कीमतों के 1,220 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है जबकि सीपीओ वायदा (नवंबर) की कीमतों के 1,120 रुपये के स्तर पर पहुँचने की संभावना है। (शेयर मंथन, 11 नवंबर 2021)
Add comment