कच्चे तेल की कीमतों में रिकवरी होने की संभावना है।
विश्व स्तर पर आर्थिक सुस्ती की आशंका और बढ़ते भंडार के कारण कल तेल की कीमतों में गिरावट के बाद ओपेक और रूस द्वारा तेल उत्पादन में कटौती और मध्य-पूर्व में तनाव के जारी रहने से आज कीमतों में बढ़त देखी जा रही है। ओपेक और रूस द्वारा इस वर्ष के प्रारंभ से तेल उत्पादन में कटौती की जा रही है।
कच्चे तेल की कीमतों के 4,000 रुपये पर सहारे के साथ 4,100 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। तेल भंडार में बढ़ोतरी और मई में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग गतिविधियों में लगभग एक दशक के निचले स्तर पर गिरावट के बाद वैश्विक सुस्ती की आशंका के कारण तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों को 179 रुपये पर सहारा रहने की संभावना है और कीमतें 185 रुपये तक बढ़ सकती हैं। अनुमान से कम गैस भंडार और अधिक तापमान के कारण वातानुकूलन के लिए गैस की अधिक माँग के कारण कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 24 मई 2019)
कच्चे तेल की कीमतों के 4,000 रुपये पर सहारे के साथ 4,100 रुपये के स्तर पर पहुँच जाने की संभावना है। तेल भंडार में बढ़ोतरी और मई में अमेरिकी मैनुफैक्चरिंग गतिविधियों में लगभग एक दशक के निचले स्तर पर गिरावट के बाद वैश्विक सुस्ती की आशंका के कारण तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में तेजी रह सकती है। कीमतों को 179 रुपये पर सहारा रहने की संभावना है और कीमतें 185 रुपये तक बढ़ सकती हैं। अनुमान से कम गैस भंडार और अधिक तापमान के कारण वातानुकूलन के लिए गैस की अधिक माँग के कारण कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी। (शेयर मंथन, 24 मई 2019)