कच्चे तेल की कीमतों में नरमी रहने की संभावना है।
अमेरिकी राष्ट्रपति ड्रोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के व्यापार नियमों से व्यापार करार के बाधित होने के बयान के बाद वैश्विक धीमेपन की आशंका के कारण आज शुरुआती कारोबार में तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। ड्रोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वे कोई भी खराब करार नही करेंगें और चीन विश्व व्यापार संगठन के अनुसार व्यापार को लेकर अपने वादे को पूरा करने में असफल रहा है।
कच्चे तेल की कीमतों में 4,100 पर अड़चन के साथ 4,020 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। पिछले हफ्ते सऊदी अरब के तेल उत्पदन केन्द्रो पर हमले के बाद तेल आपूर्ति को लेकर अनिश्चिता बरकरार रहने से कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गयी थी। सऊदी अरब की सरकारी तेल कंपनी आरामको ने हमले के अगले दिन से ही अपने ग्राहकों को कच्चे तेल और अन्य उत्पादों की आपूर्ति शुरू कर दिया था। इस बीच एपीआई के अनुसार पिछले हफ्ते अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 14 लाख बैरल की बढ़ोतरी हुई है, जबकि बाजार का अनुमान 2,00,000 बैरल की गिरावट का था।
नेचुरल गैस वायदा में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली हो सकती है और कीमतों में 181 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 175 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती हैं। अमेरिका में मौसम के अगले दो हफ्ते तक सामान्य रहने के अनुमान के बाद गैस की कम माँग सामान्य रहने संभावना से अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में दो हफ्ते के निचले स्तर पर गिरावट हुई है। (शेयर मंथन, 25 सितंबर 2019)