कच्चे तेल की कीमतों में निचले स्तर से उछाल दर्ज किये जाने की संभावना है।
कच्चे तेल की कीमतें 3,780 रुपये पर सहारे के साथ 3,860 रुपये स्तर पर पहुँच सकती है। चीन और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति के साथ ही वैश्विक अर्थव्यवस्था में धीमेपन से माँग में कमी के अनुमान के कारण आज तेल की कीमतें स्थिर हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार वार्ता में प्रगति हो रही है और 16-17 नवंबर को होने वाले एपेक बैठक के दौरान व्यापार करार पर हस्ताक्षर किया जायेगा। अप्रैल के उच्च स्तर से ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 22% और डब्ल्यूटीआई कच्चे तेल की कीमतों में लगभग 20% की गिरावट हुई है। इस बीच अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में लगातार छठे हफ्ते बढ़ोतरी की संभावना है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में नरमी बरकरार रहने की संभावना है और कीमतों में 163 रुपये के स्तर पर बाधा के साथ 156 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती हैं। (शेयर मंथन, 22 अक्टूबर 2019)