कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त दर्ज की गयी क्योंकि ऐसा अनुमान है कि बाजार घाटे में है और मैक्सिको की खाड़ी में एक नया तूफान शुरू हो गया है, जिससे कीमतों में लगभग 10% की साप्ताहिक बढ़त दर्ज की गयी है।
तूफान सैली के कारण अमेरिकी उत्पादन में कमी और ओपेक और उसके सहयोगियों द्वारा बाजार की कमजोरी को दूर करने के लिए कदम उठाये जाने के बाद दोनों कॉन्टैंक्ट की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। ऐसी उम्मीद है कि चौथी तिमाही तक बाजार में प्रति दिन 3 मिलियन बैरल की कमी होगी और ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें इस वर्ष के अंत तक 49 डॉलर और अगले वर्ष की तीसरी तिमाही तक 65 डॉलर तक पहुँच जायेगी। इस बीच, मैक्सिको की खाड़ी के पश्चिमी हिस्से में एक उष्णकटिबंधीय दबाव बना हुआ है और अगले कुछ दिनों में तूफान बन सकता है, जो अमेरिकी तेल सुविधओं के लिए खतरा बन सकता है। सऊदी अरब के ऊर्जा मंत्री ने कारोबारियों पर गोली चलाने की चेतावनी देते हुये कहा कि वे तेल बाजार पर दांव पर नहीं लगायेगें और तेल की कीमतों पर जुआ खेलने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी।
ओपेक और उसके सहयोगियों कहा कि समूह उन सदस्यों पर कार्रवाई करेगा जो ईंधन की माँग में कोरोना वायरस के कारण कीमतों में गिरावट के बाद बाजार का समर्थन करने के लिए उत्पादन में कटौती का अनुपालन नहीं कर रहे हैं। इस सप्ताह हम कच्चे तेल में खरीदारी देख सकते हैं। अगर कीमतें 3,040 रुपये से नीचे रहती है तो यह 2,820 रुपये के पास सहारा ले सकती है और 3,280 रुपये के पास रूकावट का सामना कर सकता है। बढ़ते भंडार और कम होती माँग के असंतुलन की चिंताओं के कारण नेचुरल गैस की कीमतों में गिरावट हुई है। घरेलू औद्योगिक ऊर्जा माँग कम होने से कीमतों पर दबाव है क्योंकि मौसम के पूर्वानुमानों से संकेत मिलता है कि पूर्वोत्तर और मिडवेस्ट में अगले कुछ हफ्तों में तापमान में कमी आयेगी। इस सप्ताह नेचुरल गैस की कीमतें 130-170 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। (शेयर मंथन, 21 सितंबर 2020)