बेस मेटल की कीमतों के एक दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं क्योंकि नये अमेरिकी राजकोषीय प्रोत्साहन की उम्मीदों के कमजोर होने, अमेरिकी श्रम बाजार की धीमी रिकवरी, भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक सुधर को लेकर कमजोर दृष्टिकोण के कारण कीमतों पर दबाव रह सकता है।
लेकिन कमजोर डॉलर और चीनी प्रोत्साहन दुनिया की सबसे बड़े उपभोक्ता चीन की ओर से स्टीमुलस के कारण माँग को बढ़ावा मिलने की उम्मीद से फंडों की ओर से अधिक खरीद के कारण कीमतों को मदद मिल सकती है। फेडरल रिजर्व द्वारा पिछले सप्ताह अपनी बैठक में कोई नयी मौद्रिक ढील नहीं दिए जाने की निराशा के बाद आँकड़ों से पता चला है कि अमेरिकी श्रम बाजार की रिकवरी बाधित हो रही है। चीन में रिफाइंड तांबे की माँग लगातार कम होती जा रही है, जिससे प्रीमियम छह सप्ताह पहले 100 डॉलर के उच्च स्तर से 59 डॉलर तक कम हो गया है, जो अप्रैल की शुरुआत के बाद सबसे कम है। डब्ल्यूटीओ ने कहा कि अमेरिका ने चीन पर शुल्क लगाकर वैश्विक व्यापार नियमों का उल्लंघन किया है जिससे वाशिंगटन नाराज हुआ है। तांबे की कीमतें 540 रुपये के स्तर पर अड़चन के साथ 515 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
जिंक की कीमतें 185 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 200 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। एलएमई पर तीन महीने के कॉन्टैंक्ट पर नकद जिंक का डिस्काउंट इस महीने के प्रारंभ के 31 डॉलर प्रति टन से कम होकर 21.40 डॉलर प्रति टन तक कम हो गयी है जो निकट भविष्य में कम आपूर्ति की ओर संकेत करता है। लेड की कीमतें 142-152 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। निकल की कीमतें 1,080 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 1,150 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। आने वाले वर्षों में निकल की माँग में वृद्धि देखने की उम्मीद है, क्योंकि एजेंसियां और कंपनियां जीवाश्म-ईंधन वाहनों द्वारा विषाक्त उत्सर्जन में कटौती के साधन के रूप में इसका उपयोग करना चाहती हैं। अगले दशक में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में सुधर होने की संभाचना है और अनुमान हैं कि निकल की माँग 2030 तक 139,000 टन से बढ़कर 1.4 मिलियन टन हो जायेगी।
एल्युमीनियम की कीमतें 141-150 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती हैं। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि वह कनाडा के कच्चे एल्युमीनियम पर अपने 10% अमेरिकी शुल्क को हटा देगा। (शेयर मंथन, 21 सितंबर 2020)