कच्चे तेल की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं और कीमतों को 3,530 रुपये के स्तर पर रुकावट के साथ 3,440 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है।
औद्योगिक समूह के अनुसार पिछले सप्ताह अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में बढ़ोतरी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लंबे समय से प्रतीक्षित कोविड-19 राहत बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने की धमकी के बाद बाजारों में हड़कंप के कारण आज तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। कल दोनों बेंचमार्क कच्चे तेल की कीमतों में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी। एपीआई के अनुसार 18 दिसम्बर को समाप्त में अमेरिकी कच्चे तेल के भंडार में 2.7 मिलियन बैरल की वृद्धि हुई, जबकि रायटर पोल में विश्लेषकों को 3.2 मिलियन बैरल की गिरावट का अनुमान था। ट्रंप द्वारा 892 बिलियन कोरोना वायरस राहत बिल पर हस्ताक्षर नहीं करने की धमकी के बाद तेल की कीमतों पर दबाव पड़ा। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि कांग्रेस प्रोत्साहन चेक में राशि बढ़ाये। संयुक्त राज्य अमेरिका में कोविड-19 मामलों में वृद्धि जारी रही, केवल छह दिनों में एक लाख से अधिक नये मामले सामने आये जिससे ईंधन की माँग में कमी आयी।
नेचुरल गैस की कीमतों में उठापटक के साथ कारोबार हो सकता है और कीमतों को 200 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 210 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। अमेरिका में अगले दो हफ्ते में मौसम के सामान्य से अधिक गर्म रहने के कारण हीटिंग के लिए माँग कम होने की आशंका के बावजूद अमेरिकी गैस वायदा कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। (शेयर मंथन, 23 दिसंबर 2020)