बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे (मार्च) की कीमतें 703 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 709 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
आज एलएमई में बेस मेटल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है क्योंकि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल ने कहा कि केंद्रीय बैंक अपनी नीतियों को बनाये रखेगा क्योंकि इसने अमेरिकियों को काम पर वापस लाने पर ध्यान केंद्रित किया था। हमारे रोजगार और मुद्रास्फीति के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अर्थव्यवस्था को अभी एक लंबा रास्ता तय करना है, और इसे प्राप्त करने में कुछ समय लगने की संभावना है। शंघाई में बेस मेटल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार रिफाइंड तांबा बाजार में वर्ष में पहले से ही 24 मिलियन टन की कमी देखी जा रही है और 2020 के पहले 11 महीनों में 5,89,000 टन की कमी है।
जिंक की कीमतें 225 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 228 रुपये, लेड की कीमतें 168 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 172 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के अनुसार, 2021 में भारत में जिंक की खपत 14-15% बढ़ सकती है। निकल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 1,397 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,413 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकता है। सबसे बड़े निकल उत्पादक देश इंडोनेशिया को अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला से निवेश का प्रस्ताव मिला है। सरकारी आँकड़ों के अनुसार, फिलीपींस का निकल उत्पादन 3% बढ़कर 3,33,962 टन हो गया।
एल्युमीनियम की कीमतों में 168 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 172 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है। यह अनुमान है कि इलेक्ट्रिक वाहन में औसत एल्युमीनियम सामग्री की खपत लगभग 250 किलोग्राम होगी। इसलिए, इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण और बिक्री में वृद्धि के बाद एल्युमीनियम की माँग आसमान छू जायेगी। स्टील के बजाय एल्युमीनियम का उपयोग, प्रदर्शन, सुरक्षा, ईंधन दक्षता और ईवीएस के स्थायित्व को बढ़ाता है, और कई पर्यावरणीय लाभ भी होता है। (शेयर मंथन, 24 फरवरी 2021)