भारतीय स्टेट बैंक द्वारा प्रवर्तित एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज (SBI Cards and Payment Services) का आईपीओ (IPO) दो मार्च 2020 से आवेदन के लिए खुल जायेगा।
इस आईपीओ के जरिये कंपनी के 13.71 करोड़ शेयर बेचे जायेंगे। इसके आईपीओ में 10 रुपये अंकित मूल्य वाले शेयरों के लिए प्राइस बैंड 750-755 रुपये रखा गया है। निवेशकों को इश्यू में न्यूनतम 19 शेयरों और इसके गुणकों में आवेदन करना होगा। चूँकि खुदरा निवेशक श्रेणी में आवेदन के लिए अधिकतम राशि की सीमा दो लाख रुपये होती है, ऐसे में खुदरा निवेशक अधिकतम 13 लॉट यानि 247 शेयरों के लिए आवेदन कर सकेंगे।
एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज का आईपीओ दो मार्च को खुल कर पाँच मार्च को बंद होगा। आईपीओ के बाद इसके शेयर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर सूचीबद्ध होंगे।
एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज के आईपीओ में 50% शेयर क्यूआईबी, 15% गैर-संस्थागत निवेशकों और 35% शेयर खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित होंगे। कंपनी अपने अर्ह कर्मचारियों को इस आईपीओ आवंटन में 75 रुपये प्रति शेयर की छूट भी प्रदान करेगी।
याद रहे कि पिछले साल नवंबर में भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) को अपनी क्रेडिट कार्ड सहायक कंपनी एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज के आईपीओ में हिस्सेदारी बेचने के लिए निदेशक मंडल की मंजूरी मिल गयी थी। एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज दरअसल भारतीय स्टेट बैंक और अमेरिका के कार्लाइल ग्रुप (Carlyle Group) का संयुक्त उद्यम है। वर्ष 1998 में स्थापित इस कंपनी में देश के सबसे बड़े व्यावसायिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक की 74% हिस्सेदारी है, जबकि शेष शेयरधारिता कार्लाइल ग्रुप का है। आईपीओ के बाद भारतीय स्टेट बैंक की इसमें हिस्सेदारी घट कर 69.51% रह जायेगी।
कार्लाइल ग्रुप साल 2017 में संयुक्त उद्यम में उस समय शामिल हुआ था, जब जीई कैपिटल (GE Capital) ने एसबीआई कार्ड्स ऐंड पेमेंट सर्विसेज से दो दशक के बाद बाहर निकलने का निर्णय लिया था। उस समय भारतीय स्टेट बैंक ने भी जीई कैपिटल से हिस्सेदारी खरीद कर एसबीआई कार्ड्स में अपनी हिस्सेदारी 60% से बढ़ा कर 74% की थी। (शेयर मंथन, 25 फरवरी 2020)
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