खबर है कि अधिक उत्पादन के बीच केंद्र सरकार घरेलू कीमतों में सुधार के लिए चीनी के न्यूनतम दाम तय कर सकती है, जिस पर मिल मालिक चीनी बेच सकेंगे।
इस खबर से चीनी कंपनियों के शेयरों में चमक आयी है। गौरतलब है कि अत्याधिक उत्पादन के कारण घरेलू बाजार में चीनी के दाम उत्पादन लागत से भी नीचे चले गये हैं, जिससे मिल मालिकों को घाटा उठाना पड़ रहा है। नतीजतन वे गन्ना किसानों का पैसा रोक रहे हैं, जो 20,000 करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। चालू चीनी उत्पादन वर्ष (अक्टूबर-सितंबर) में 3.03 करोड़ टन वार्षिक उत्पादन की उम्मीद है, जो कि पिछले वर्ष 2.03 करोड़ टन रहा था।
उधर बीएसई में दोपहर 2.20 बजे उत्तम शुगर में 4.62%, अवधि शुगर में 3.09%, केसीपी शुगर में 3.82%, मवाना शुगर्स में 5.07% और डालनिया भारत शुगर में 2.19% की मजबूती है। (शेयर मंथन, 28 मई 2018)