सस्ते खाद्य उत्पादों के कारण नवंबर 2018 में खुदरा महँगाई दर घट कर 2.33% रह गयी, जो पिछले 17 महीनों में सबसे कम है।
सरकार ने इस संबंध में कल ताजे आँकड़े घोषित किये। इससे पहले अक्टूबर में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महँगाई दर 3.31% थी, जबकि नवंबर 2017 में सीपीआई 4.88% रही थी। गौरतलब है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) खुदरा महँगाई पर नजर रखता है, जिसका मतलब है कि आरबीआई की नीति दरों के लिहाज से खुदरा महंगाई दर का आँकड़ा महत्वपूर्ण है।
खाद्य वस्तुओं की कीमतों में गिरावट, कच्चे तेल की कीमतों के नरम होने और अपेक्षाकृत स्थिर घरेलू मुद्रा की वजह से केंद्रीय बैंक ने पिछले सप्ताह महत्वपूर्ण नीति दरों को अपरिवर्तित रखा था।
बता दें कि सीपीआई घटने का मुख्य कारण खाद्य उत्पादों की कीमतों में कमी बताया जा रहा है। अक्टूबर में (-)0.86% के मुकाबले खाद्य महंगाई दर नवंबर में (-)2.61% रह गयी। वहीं सब्जियों के दामों में भी नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गयी, जो (-)8.06% के मुकाबले (-)15.59% रही।
इसके अलावा दालों की कीमतें (-)10.28% की तुलना में (-)9.22% और ईंधन एवं विद्युत महँगाई 8.55% से घट कर 7.39% रह गयी। (शेयर मंथन, 13 दिसंबर 2018)