आज यह खबर आ रही थी कि सरकार और आरबीआई (RBI) के बीच तनातनी बढ़ गयी है।
सूत्रों से पता चला कि अगर सरकार आरबीआई की स्वायत्तता को छीनने का प्रयास करती है तो आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल (Urjit Patel) अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं।
आरबीआई गवर्नर के रुख को भांपते हुए सरकार की तरफ से बयान आया कि सरकार संस्था की स्वायत्तता का सम्मान करती है, लेकिन आरबीआई को जनहित को ध्यान में रखते हुए फैसले लेने चाहिए।
आर्थिक मामलों के मंत्रालय (Ministry for Finance Affairs) की तरफ से जारी किये गये एक प्रेस नोट में कहा गया कि सरकार आरबीआई की स्वायत्तता का सम्मान करती है। लेकिन केंद्रीय बैंक को जनहित को ध्यान में रखते हुए फैसले लेने चाहिये। सरकार ने सिर्फ सलाह के लिए कहा था न कि उसकी स्वायत्तता में किसी तरह के दखल की बात की थी।
ऐसा देखा गया कि जैसे ही आरबीआई गवर्नर के इस्तीफे की खबर आयी। बीएसई सेंसेक्स 33,891.13 के पिछले बंद भाव की तुलना में 33,963.09 पर खुल कर सवा 10 बजे के करीब 33,587.24 के निचले स्तर तक फिसल गया। मगर सरकार के बयान के बाद इसका रुख ऊपर की तरफ मुड़ा और सेंसेक्स ने 34281.23 का शिखर छुआ। यानी सत्र के दौरान सेंसेक्स में करीब 700 अंकों का उलटफेर हुआ। फिलहाल सवा 2 बजे के करीब बीएसई सेंसेक्स 342 अंकों की तेजी के साथ 34,244.12 पर है। (शेयर मंथन, 31 अक्टूबर 2018)
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