हल्दी वायदा (जून) कीमतों के 7,160-7,100 रुपये तक लुढ़कने की संभावना है।
कमजोर माँग के कारण इरोद में हल्दी की कीमतों में गिरावट हुई है। पिछले कुछ दिनों से कारोबारियों को कोई नया ऑर्डर नही मिल रहा है और वारांगल में अच्छी क्वालिटी की हल्दी भी कम कीमतों पर मिल रही है। इसलिए कारोबारी हाजिर बाजारों में अभी हल्दी की खरीदारी नही कर रहे हैं। सभी बाजारों में नयी फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों में 300 रुपये और रूट वेराइटी की कीमतों में 200 रुपये की गिरावट हुई है।
जीरा वायदा (जून) कीमतों के 15,800-16,100 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। बेहतर निर्यात माँग और मौजूदा स्तर पर बेहतर खरीदारी के कारण देश के प्रमुख बाजारों में जीरे की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। चीन के अलावा बांग्लादेश से भी जीरे की बेहतर माँग हो रही है।
धनिया वायदा (जून) की कीमतों को 4,830 के स्तर सहारा रहने की संभावना है और कीमतों में तेजी का रुझान रह सकता है। राजस्थान के बाजारों में धनिया की कीमतों में स्थिरता है। बाजारों में धनिया की आवक कम हो रही है। मध्य प्रदेश में चना की खरीदारी के किसान बाजार में धनिया की आवक कम कर रहे हैं। इस प्रकार माँग के मुकाबले पर्याप्त आपूर्ति नही होने के कारण धनिया की कीमतों में थोड़ी बढ़ोतरी हो रही है। एनसीडीईएक्स ने धनिया की स्टॉक की सीमा को मौजूदा 1,000 टन से बढ़ा कर 3,000 टन कर दिया है, जो शुक्रवार से लागू होगा। (शेयर मंथन, 18 मई 2018)
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