चना वायदा (सितम्बर) की कीमतों को 4,390 रुपये के स्तर पर बाधा रहने की संभावना है।
मुनाफा वसूली के कारण देश के प्रमुख बाजारों में चना की कीमतों में गिरावट हुई है। इस समय मिलें इंतजार करना पसंद कर रही हैं। बाजारों में चना दाल और बेसन की कीमतें अभी भी अधिक हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान पर कॉटन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 23,500-23,400 रुपये तक गिरावट होने की संभावना है। आईसीई में कॉटन वायदा में गिरावट के कारण मध्य और दक्षिण भारत में कपास की कीमतों में नरमी है। व्यापार को लेकर चीन के साथ विवाद गहारने और तुर्की के संकट के बढ़ने के कारण आईसीई में कॉटन वायदा की कीमतों में कल लगभग 3% की गिरावट हुई है और कीमतें तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी हैं। घरेलू बाजार में मिलों कपास की कीमतों में अधिक गिरावट का इंतजार कर रही हैं। वर्तमान समय में बाजारों में सकारात्मक खबरों की तुलना में नकारात्मक खबरों की अधिकतर है। इसलिए भी मिलें और कारोबारी बाजार से दूरी बनाये हुये हैं।
(शेयर मंथन, 16 अगस्त 2018)
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