हल्दी वायदा (सितंबर) में शॉर्ट कवरिंग (जवाबी खरीद) पर रोक लग सकती है।
हल्दी की कीमतों को 7,090 रुपये के स्तर पर अड़चन रह सकती है। हाजिर बाजारों में माँग काफी कम है। लेकिन ईरोद और केरल में भारी बारिश के कारण फसल नुकसान होने की आशंका है, जिससे कीमतों को मदद मिल सकती है।
जीरा वायदा (सितंबर) कीमतों को 20,600 रुपये तक बढ़ोतरी दर्ज की जा सकती है। चीन की ओर से अधिक निर्यात माँग के कारण जीरे की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। भारतीय रुपये के कमजोर होने के बीच जीरे के अन्य उत्पादक देशों में कम उपलब्धता के बाद लगातार निर्यात माँग के कारण पिछले कुछ दिनों से जीरे की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
धनिया वायदा (सितंबर) की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 4,655 रुपये पर सहारा रह सकता है। भारतीय हाजिर बाजारों में धनिया की आवक लगातार कम हो रही है। किसान खेती पर अधिक ध्यान दे रहे हैं और कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद से फिलहाल अपने स्टॉक को रोक कर रखे हुए हैं, जिससे बाजारों में अच्छी क्वालिटी के धनिया की कमी हो सकती है। कम बिकवाली और बेहतर निर्यात करारों के कारण कीमतों को मदद मिलती रह सकती है। (शेयर मंथन, 23 अगस्त 2018)
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