कॉटन वायदा (अक्टूबर) कीमतों के 22,200-22,500 रुपये के दायरे में नरमी के रुझान के साथ सीमित दायर में कारोबार करने की संभावना है।
महाराष्ट्र और गुजरात में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण कपास की फसल को राहत मिली है, जिससे पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कपास उत्पादन क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण कपास की फसल के नुकसान की भरपायी हो सकती है। नयी फसल की आवक में 15 अक्टूबर के बाद से बढ़ोतरी होने की संभावना है। मौसम कपास की फसल कटाई के लिए अनुकूल हो रहा है और कुछ क्षेत्रों में फसल कटाई होने लगी है।
ग्वारसीड वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 4,215-4,340 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। नयी फसल की आवक से पहले निर्यात माँग कम होने के कारण राजस्थान के प्रमुख बाजारों में ग्वारसीड समूह की कीमतों में स्थिरता है। पहले बोई गयी फसल की आवक बाजार में होने लगी है, जबकि आवक में तेजी 15 अक्टूबर के बाद ही होने की संभावना है। राजस्थान कृषि विभाग के पहले अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार राज्य में ग्वारसीड का उत्पादन वर्ष-दर-वर्ष 43% की बढ़ोतरी के साथ 17.78 लाख टन होने का अनुमान है।
चना वायदा (अक्टूबर) की कीमतों को 3,900 रुपये के स्तर पर सहारा रह सकता है, जबकि कीमतों में 4,000-4,045 रुपये तक बढ़त दर्ज करने की संभावना है। उपभोक्ता केन्द्रों की ओर से चना दाल की माँग में बढ़ोतरी के कारण चना की माँग भी बढ़ रही है। आगामी त्योहारी सीजन के दौरान चना दाल और बेसन की खपत में बढ़ोतरी होने की संभावना से निचले स्तर पर थोड़ी खरीदारी हो सकती है। (शेयर मंथन, 26 सितंबर 2018)
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