सोयाबीन वायदा (नवंबर) की कीमतों के 3,385-3,395 रुपये तक बढ़त दर्ज किये जाने की संभावना है।
आगामी दिनो में सोयाबीन की कीमतो में तेजी रहने की संभावना है, लेकिन चीन और अमेरिका के बीच व्यापार तनावों के कारण सीबोट में तिलहनों के कारोबार पर पैनी नजर रखनी चाहिए।
सोयाबीन की घरेलू माँग स्थिर है, लेकिन अधिक कीमतों पर मिलों द्वारा कम खरीदारी की जा रही है। पेराई मिलों ने विदेशी माँग को पूरा करने के लिए पहले ही सोयाबीन की खरीदारी कर ली थी। रॉटरडम में भारतीय सोयामील की कीमत 391 डॉलर प्रति टन है, जबकि अर्जेटिना के सोयामील की कीमत 354 डॉलर प्रति टन है। सरसों वायदा (नवंबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 4,045-4,140 रुपये के दायरे में सीमित दायरे मे कारोबर करने की संभावना है। सरसों तेल और सरसों केक की कमजोर माँग और चीन की ओर से सरसों मील के निर्यात को लेकर स्पष्टता के अभाव के कारण राजस्थान के प्रमुख बाजारों में सरसों की कीमतों में लगातार चौथे दिन गिरावट हुई है।
बेंचमार्क जयपुर बाजार में सरसों की कीमतें 5 रुपये की गिरावट के साथ 4,295-4,300 रुपये 100 किलो ग्राम हो गयी हैं, जबकि सरसों तेल की कीमतें 840 रुपये प्रति 10 किलो ग्राम पर स्थिर हैं। इसी प्रकार सरसों केक की कीमतें 1,995 रुपये प्रति 100 किलो ग्राम हो गयी हैं।
सीपीओ (नवंबर) वायदा की कीमतें नरमी के रुझान के साथ 568-573 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। इंडोनेशियाई पॉम ऑयल संगठन द्वारा आँकड़ें जारी किये जाने के पहले कारोबारी बाजार से दूरी बनाये हुए हैं। (शेयर मंथन, 02 नवंबर 2018)
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