हल्दी वायदा (अप्रैल) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 6,350-6,450 रुपये के सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
इरोद में हल्दी की बिक्री बढ़ गयी है और हल्दी की आवक में भी थोड़ी बढ़ोतरी हुई है। चार बाजारों में हल्दी की बिक्री में 70% बढ़ोतरी हुई है। नयी फिंगर वेराइटी की कीमतों में 200 रुपये प्रति क्विंटल और और पुरानी फिंगर वेराइटी की कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है, जबकि रूट वेराइटी की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
जीरा वायदा (मार्च) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है और कीमतें 15,500 रुपये तक लुढ़क सकती है। पिछले हफ्ते ऊँझा में जीरे की नयी फसल में नमी अधिक होने से पिछले वर्ष की तुलना में 23% कम कीमतों पर बिक रही है। गुजरात के सौराष्ट्र और गोंदल में जीरे की नयी फसल की आवक हो रही है।
धनिया वायदा (अप्रैल) की कीमतों के 6,540-6,690 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना हैं। कारोबारी काफी सतर्क हैं और फसल के विकास पर पैनी नजर रखे हुए हैं। पिछले 2-3 दिनों से मौसम में अचानक बदलाव धनिया की खड़ी फसल के लिए लाभकारी माना जा रहा है।
इलायची वायदा (फरवरी) की कीमतों में 1,525 रुपये के नजदीक सहारा के साथ तेजी का रुझान जारी रहने की संभावना है। नीलामी केन्द्रों पर इलायची की कीमतें 1,500 रुपये किलो ग्राम के स्तर को पार कर गयी हैं। मौजूदा फसल कटाई सीजन के समाप्त हो जाने और जून के अंत या जुलाई के प्रारंभ तक नयी फसल की आवक होने तक बाजार में उपलब्धता की कमी बरकरार रह सकती है। (शेयर मंथन, 31 जनवरी 2019)
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