सोयाबीन वायदा (फरवरी) की कीमतों के 3,725-3,795 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
साल्वेंट एक्सट्रैक्टर एसोसिएशन के अनुसार ईरान के साथ बाजार खुलने के बाद सोयामील का कुल निर्यात 2.8 लाख टन हुआ है।
सरसों वायदा (फरवरी) की कीमतों में गिरावट जारी रहने की संभावना है और कीमतों में 3,880 रुपये तक गिरावट हो सकती है। कारोबारियों और सरकारी एजेंसियों द्वारा पुराने स्टॉक की लगातार बिक्री से बाजारों में बिकवाली का दबाव बढ़ रहा है। नाफेड के पास अभी भी लगभग 2.18 लाख टन सरसों का स्टॉक है। इसके अतिरिक्त दिसंबर में तीन बार और जनवरी में हाल ही में उत्पादन क्षेत्रों में बारिश और कोहरा सरसों की फसल के लिए लाभदायक हो रही है और उत्पादन में बढ़ोतरी की संभावना है। जनवरी के अंत तक सरसों का कैरीओवर स्टॉक 5,00,000 टन है, जबकि पिछले वर्ष समान अवधि में 4,00,000 टन था।
सीपीओ वायदा (फरवरी) में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है और कीमतों को 575 रुपये के स्तर पर रुकावट रहने की संभावना है। पिछले कुछ दिनों से कमजोर माँग के कारण इंदौर मंडी में तेलों की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। जनवरी में भारत में पॉम, कच्चे और रिफाइंड दोनों, ऑयल का आयात लगभग 9,00,000 टन हुआ है, जो दिसंबर की तुलना में 12.5% अधिक है। (शेयर मंथन, 08 फरवरी 2019)
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