शेयर मंथन में खोजें

हल्दी में सुस्ती, जीरा की कीमतों में 13,800-14,200 रुपये में करोबार करने की संभावना -एसएमसी

हल्दी वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 5,750-6,050 रुपये के दायरे में मजबूत होने की संभावना है और कीमतों की बढ़त पर रोक लगी रह सकती है।

वर्तमान परिदृश्य में, हाजिर बाजारों में हो रही आवक की गुणवत्ता में गिरावट के कारण माँग उत्साहजनक नहीं है। परिणामस्वरूप बिक्री घटकर 60 प्रतिशत रह गयी है क्योंकि बिक्री के लिए केवल मध्यम गुणवत्ता वाली हल्दी ही आ रही है। इसके अलावा, कारोबारियों के पास केवल स्थानीय माँग है, और घरेलू माँग की प्रतीक्षा कर रहे हैं। नहर में पानी छोड़े जाने के कारण कलिंगारायण अरेकुंट क्षेत्रों में अधिकांश किसान अपने कृषि कार्यों में व्यस्त हैं। दूसरे, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण व्यापार में सुस्ती है, यही वजह है कि अधिकांश बुकिंग कोल्ड स्टोर और गोदामों पर हो रही हैं। कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण तेलंगाना का निजामाबाद बाजार बंद है। लेकिन दूसरी मंडियों में कुछ निर्यात माँग देखा गया है।
जीरा वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 13,800-14,200 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। आने वाले दिनों में, कीमतों में गिरावट सीमित रह सकती है क्योंकि बाजार के कारोबारियों को अगस्त के मध्य के बाद माँग बढ़ने की उम्मीद है। प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में लगातार बारिश के कारण आवक भी कम है। हाजिर बाजारों में रफ जीरा की कीमत 1,945-2,220 रुपये और एनसीडीईएक्स किस्म की कीमत 2,320-2,505 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रही है। सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले जीरे की कीमत 2,520-2,620 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रही है।
धनिया वायदा (सितम्ब) की कीमतें पिफर से 6,400-6,700 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अधिकतम आवक के सीजन के समाप्त होने के दौरान में आवक में कमी के मुकाबले माँग में वृद्धि के कारण कीमतों को मदद मिल रही है। (शेयर मंथन, 10 अगस्त 2020)

Add comment

कंपनियों की सुर्खियाँ

निवेश मंथन पत्रिका

  • 10 शेयर 10 फंड : निवेश मंथन पत्रिका (अक्टूबर 2024)

    यह एक संयोग है कि पिछले वर्ष की दीपावली के समय भी भारतीय शेयर बाजार कुछ ठंडा पड़ा था और इस साल भी बाजार में दीपावली के समय लाली ही ज्यादा बिखरी है। लेकिन पिछली दीपावली के समय जो थोड़ी निराशा बाजार में दिख रही थी, उस समय जिन निवेशकों ने सूझ-बूझ से नया निवेश किया, उन्हें अगले 1 साल में बड़ा सुंदर लाभ हुआ।

  • आईपीओ की आँधी : निवेश मंथन पत्रिका (सितंबर 2024)

    शेयर बाजार ने हाल में नये रिकॉर्ड स्तरों की ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। लार्जकैप, मिडकैप, स्मॉलकैप सभी तरह के शेयर खूब चले हैं, दौड़े हैं, कुछ तो उड़े भी हैं!

देश मंथन के आलेख

विश्व के प्रमुख सूचकांक

निवेश मंथन : ग्राहक बनें

शेयर मंथन पर तलाश करें।

Subscribe to Share Manthan

It's so easy to subscribe our daily FREE Hindi e-Magazine on stock market "Share Manthan"