हल्दी वायदा (सितम्बर) की कीमतों के 5,750-5,850 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है।
तेलंगाना की वारंगल मंडी में माँग में बढ़ोतरी के कारण हल्दी की हाजिर कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई है जबकि निजामाबाद और इरोड मंडी में कीमतें स्थिर रहीं। वारंगल में लगभग 1,500 बैग की आवक दर्ज की गयी, जबकि गट्टा किस्म की हल्दी की कीमतें 100 रुपये बढ़कर 4,100-4,300 रुपये हो गयी है। फिंगर किस्म की हल्दी की कीमतें 4,500-4,700 रुपये प्रति क्विंटल रही है। बेहतर मौसम की स्थिति के कारण व्यापार में सुधार के कारण कीमतों में बढ़ोतरी हुई है।
जीरा वायदा (सितम्बर) की कीमतों को 14,190 रुपये के पास सहारा बरकरार रहन की संभावना है, जबकि कीमतें 14,500-14,600 रुपये तक बढ़ सकती है। स्थानीय स्टॉकिस्टों और मसाला निर्माताओं को ओर से माँग में तेजी आयी है। साथ ही बांग्लादेश से नियमित रूप से माँग हुई है। ऊंझा मंडी में लगभग 15,000 बैग की आवक देखी जा रही है। हाजिर बाजारों में रफ जीरा की कीमतें 1,970-2,245 रुपये और एनसीडीईएक्स किस्म की कीमतें 2,355-2,540 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रही है।
धनिया वायदा (सितम्बर) की कीमतों को 6,500-6,550 रुपये के दायरे में सहारा मिलने की उम्मीद है, जबकि कीमतों की बढ़त पर 6,700 रुपये के पास रोक लग सकती है। वर्तमान में मंडियों में काफी कम आवक हो रही है जबकि अधिकांश खरीदार सबसे अच्छी गुणवत्ता की खरीदारी करना चाह रहे हैं। राजस्थान के रामगंजमंडी में कम आवक के बीच हाजिर धनिया के भाव 50-100 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गय है। इस बीच क्षेत्रों में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण राज्य की बारान मंडी बंद हो गयी है। मंडी अगले सोमवार से परिचालन फिर से शुरू करेगी। इस बीच कोटा में मंडी के भाव स्थिर थे। ईगल किस्म की धनिया की कीमतें 5,600-6,000 रुपये और बदामी किस्म की कीमतें 5,400-5,800 रुपये प्रति क्विंटल थी। (शेयर मंथन, 19 अगस्त 2020)
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