सोयाबीन वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के नरमी के रुझान के साथ 3,800-3,850 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान के सोयाबीन उत्पादन क्षेत्रों में सर्वेक्षण के अनुसार सोयाबीन पफसलों को 10-12» नुकसान की रिपोर्ट के बावजूद, व्यापारियों को उम्मीद है कि इस साल देश में सोयाबीन का उत्पादन पिछले वर्ष के फसल उत्पादन से अधिक होगा। सोपा के अनुसार सोयाबीन की फसल को बड़े पैमाने पर नुकसान को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है। इस बीच, सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने अपने सर्वेक्षण के दूसरे दौर में मध्य प्रदेश, राजस्थान और महाराष्ट्र में सोयाबीन फसलों की नवीनतम स्थिति का आकलन करने के लिए एक और टीम भेजी है। ये टीमें संभवतः एक सप्ताह के भीतर नयी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। हाजिर बाजारों में नरमी के रुझान के कारण सरसों वायदा (अक्टूबर) की कीमतों में 5,325-5,300 रुपये तक गिरावट जारी रह सकती है। राजस्थान और अन्य उत्पादक राज्यों के हाजिर बाजारों में सरसों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गयी।
सरसों 25 से रुपये। जयपुर में सरसों की कीमतें 25 रुपये की गिरावट के साथ 5,495-5,500 रुपये प्रति क्विंटल हो गयी है। सभी बाजारों में सरसों की आवक 1,70,000 बैग दर्ज की गयी।
सोया तेल (अक्टूबर) की कीमतें 885-895 रुपये के दायरे में सीमित दायरे में कारोबार कर सकती हैं। सीपीओ वायदा (सितंबर) की कीमतों के 760-770 रुपये के दायरे में कारोबार करने की उम्मीद है। कमजोर वैश्विक संकेतों और कम माँग के कारण इंदौर और मध्य प्रदेश की अन्य मंडियों में सोया तेल की कीमतों में गिरावट हुई है। यहाँ सोया रिफाइंड घटकर 875-880 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया, जबकि सोया साल्वेंट 825-830 रुपये पर बंद हुआ। बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज में नवंबर डिलीवरी के लिए बेंचमार्क पॉम तेल वायदा 33 रिंगिट या 1.16% कम होकर 2,802 रिंगिट पर बंद हुआ, जो पहले 0.71% से अधिक बढ़ा था। रायटर के सर्वेक्षण में अगस्त के अंत में दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक में पॉम ऑयल का भंडार जुलाई की तुलना 5.4% बढ़कर 1.79 मिलियन टन हो गया है। 10 सितंबर को जारी होने वाली मलेशिया पॉम ऑयल बोर्ड के आँकड़ों पर कारोबारियों की नजर रहेगी। (शेयर मंथन, 08 सितंबर 2020)
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