हल्दी वायदा (अक्टूबर) में 6,100-6,150 रुपये तक शॉर्ट कवरिंग हो सकती है।
हाजिर बाजारों में गोबीचेट्टिपलियाम एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में शत-प्रतिशत बिक्री दर्ज की गयी। अन्य दो बाजारों में 60 प्रतिशत से अधिक हल्दी की बिक्री हुई। गोबीचट्टिप्पलायम एग्रीकल्चरल कोऑपरेटिव मार्केटिंग सोसाइटी में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 4,500-6,099 प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,812-5,800 रुपये के दायरे में रही। इरोड हल्दी मर्चेंट्स एसोसिएशन की बिक्री यार्ड में, फिंगर वेराइटी की हल्दी की कीमतों 4,900-6,093 प्रति क्विंटल और रूट वेराइटी की 4,675-5,594 रुपये के दायरे में रही।
जीरा वायदा (अक्टूबर) की कीमतों 13,800-14,000 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। राजकोट की मंडी में सभी किस्मों की हाजिर कीमतों में 10 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। ऊंझा में कीमतों में 15-20 रुपये प्रति 20 किलोग्राम की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। रफ जीरा की कीमतों 1,800-2,100 रुपये प्रति 20 किलोग्राम रही जबकि एनसीडीईएक्स किस्म और उत्तम क्वालिटी की कीमत 15-20 रुपये बढ़कर क्रमशः 2,185-2,370 रुपये और 2,400-2,500 रुपये पर आ गयी।
धनिया वायदा (अक्टूबर) की कीमतों के 6,700-6,800 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। भारत की प्रमुख मंडियों में धनिया की हाजिर कीमतें अपरिवर्तित थीं, जबकि मध्य प्रदेश की मंडियां राज्यव्यापी हड़ताल के कारण बंद थीं। पिछले सत्रा में 5,500 बैग की तुलना में 6,000 बैग धनिया की आवक हुई, जिसमें बादामी किस्म की कीमतों 5,800-6,000 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रही और ईगल किस्म की कीमत 6,000-6,100 रुपये पर स्थिर रही। इस बीच बारान मंडी में, इस सप्ताह के तीसरे कारोबारी सत्रा में बादामी किस्म की कीमतें 5,500-5,600 रुपये पर स्थिर थीं। लेकिन ईगल किस्म की कीमतों 5,700-5,900 रुपये प्रति क्विंटल थी। (शेयर मंथन, 11 सितंबर 2020)
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