सोयाबीन वायदा (नवम्बर) की कीमतों के 4,290-4,350 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है।
अनुकूल मौसम और मंडियों में ऊंची कीमतों के बीच सोयाबीन की फसल की कटाई तेज गति से जारी है। इस सीजन की शुरुआत से ही आपूर्ति में कमी की सोयाबीन की आवक में बढ़ोतरी होने से भरपायी होने की उम्मीद है। पेराई के लिए सोयाबीन की लगातार माँग हो रही है जिससे प्लांट डिलीवरी के लिए महाराष्ट्र और मप्र में सोयाबीन की कीमतें 4,200-4,400 रुपये के दायरे में है। सोया डीओसी और सोया की कीमतों से भी मौजूदा कीमतों पर भी सोयाबीन की पेराई के लिए मार्जिन काफी बेहतर है।
सरसों वायदा (नवम्बर) की कीमतों के 5,870-6,030 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। एक सप्ताह पहले सरसों की कीमतों में 275 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी के बाद जयपुर में आज कीमतों में स्थिरता रही है। सरसों की कीमतें 6,095-6,100 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर है। इसी तरह, सरसों तेल और सरसों केक की कीमतों में भी बढ़ोतरी हुई है। कारोबारियों के अनुसार, अधिक कीमतों पर बिक्री में कमी और कमजोर माँग के कारण कीमतों में नरमी का रुझान है। त्योहार के मूड के कारण सभी प्रमुख उत्पादक क्षेत्रों में कुल 1,30,000 क्विंटल की आवक हुई है।
सोया तेल वायदा (नवम्बर) की कीमतें 970-990 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार कर सकती है, और सीपीओ वायदा (नवम्बर) की कीमतें तेजी के रुझान के साथ 815-825 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। मलेशिया में पॉम तेल के घटते उत्पादन के पूर्वानुमान और खाद्य सुरक्षा उद्देश्यों के लिए स्टॉक जमा करने के कारण चीन की ओर से सोया तेल की मजबूत माँग से फंडामेंटल बहुत बेहतर है। मलेशियाई पाम ऑयल बोर्ड को उम्मीद है कि पॉम ऑयल की कीमतें 3,000 रिंगिट प्रति टन से अधिक ही रहेगी, जो उद्योग की स्थिरता सुनिश्चित करेगा। भारत से कच्चे पॉम तेल की माँग बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि देश नवंबर में दिवाली त्योहार से पहले वनस्पति तेल का स्टॉक कर सकता है। (शेयर मंथन, 28 अक्टूबर 2020)
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