ओमाइक्रोन कोरोना वायरस संस्करण के बारे में चिंताओं को लेकर कॉटन वायदा (दिसंबर) की कीमतों में कल 3.1% की गिरावट दर्ज की गयी है।
स्थानीय बाजारों में कपास की कीमतों में पिछले दो दिनों में 1,000-1,200 रुपये प्रति कैंडी (356 किलोग्राम) की गिरावट आयी है, क्योंकि वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में चल रहे नये संस्करण ने वैश्विक कपास बाजार को हिला दिया है। अब कीमतों के 30,300-31,220 रुपये के दायरे में सीमित कारोबार करने की संभावना है। उत्पादन की चिंताओं और निर्यात के लिए कच्चे कपास की अधिक माँग के कारण वर्तमान कपास की कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 50% अधिक हैं। दैनिक आवक सामान्य से कम है इसलिए मिलों के पास स्टॉक कम है और घरेलू स्तर पर धागे की माँग अच्छी है। मिलों की ओर से खरीदारी जारी रहेगी।
नये सीजन की फसल की आवक के कारण ग्वारसीड वायदा (दिसंबर) की कीमतें कल मामूली बदलाव के साथ बंद हुई। अब कीमतें 5,720 रुपये पर सहारा और 6,000 पर बाधा के साथ एक दायरे में कारोबार कर सकती है। वर्तमान में, कम उत्पादन, कई वर्षो में कम स्टॉक और अच्छी निर्यात माँग की संभावना से कीमतें वर्ष-दर-वर्ष 35% अधिक हैं। नये सीजन में ग्वारसीड की आवक घट सकती है क्योंकि कीमतें एक महीने के निचले स्तर पर आ गयी हैं। सितंबर में, ग्वारगम का निर्यात वर्ष-दर-वर्ष 30% बढ़कर 24,800 टन हो गया, जबकि 2021-22 (अप्रैल-सितंबर) में निर्यात वर्ष-दर-वर्ष 43% बढ़कर 1.58 लाख टन हो गया।
नयी खरीदारी के कारण अरंडी सीड वायदा (दिसंबर) की कीमतें कल 0.5% की बढ़त के साथ बंद हुई है। कीमतों के 6,410 रुपये पर सहारा और 6,555 रुपये पर बाधा के साथ सीमित दायरे में कारोबार करने की संभावना है। कृषि मंत्रालय के अग्रिम अनुमानों के अनुसार कम रकबे के कारण अरंडी का उत्पादन 15.98 लाख टन होने की संभावना है जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम होगा। अरंडी के तेल और मील के लिए पूरे वर्ष लगातार निर्यात माँग से कीमतें उच्च स्तर पर रह सकती हैं। (शेयर मंथन, 01 दिसंबर 2021)
Add comment