कच्चे तेल में उच्च स्तर पर मुनाफा वसूली होने की संभावना है।
तेल की कीमतों के 2019 के उच्च स्तर पर पहुँचने के बाद भी विश्व बाजार में तेल की आपूर्ति पर्याप्त होने के कारण आज तेल की कीमतों में नरमी देखी जा रही है। इस हफ्ते अमेरिका द्वारा ईरान की तेल से होने वाली आमदनी को मई से बंद करने के कदम के कारण तेल की कीमतें 2019 के उच्च स्तर पर पहुँच गयी हैं।
कच्चे तेल की कीमतों में 4,660 रुपये पर बाधा के साथ 4,580 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। आईईए के अनुसार विश्व बाजार में तेल की पर्याप्त आपूर्ति है। दूसरी ओर अमेरिका में तेल का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है और 2018 के बाद से अब तक 20 लाख बैरल प्रति दिन की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है।
ईरान ओपेक का चौथा सबसे बड़ा तेल उत्पादक है, जो लगभग 30 लाख बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन करता है, लेकिन अप्रैल में उसका तेल निर्यात कम होकर 10 लाख बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 171-175 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में अधिक उत्पादन के साथ ही गैस की माँग में कमी होने से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में लगभग तीन वर्षो के निचले स्तर पर गिरावट हुई। (शेयर मंथन, 24 अप्रैल 2019)
कच्चे तेल की कीमतों में 4,660 रुपये पर बाधा के साथ 4,580 रुपये तक गिरावट दर्ज की जा सकती है। आईईए के अनुसार विश्व बाजार में तेल की पर्याप्त आपूर्ति है। दूसरी ओर अमेरिका में तेल का उत्पादन लगातार बढ़ रहा है और 2018 के बाद से अब तक 20 लाख बैरल प्रति दिन की बढ़ोतरी के साथ रिकॉर्ड स्तर पर पहुँच गया है।
ईरान ओपेक का चौथा सबसे बड़ा तेल उत्पादक है, जो लगभग 30 लाख बैरल प्रति दिन तेल का उत्पादन करता है, लेकिन अप्रैल में उसका तेल निर्यात कम होकर 10 लाख बैरल प्रति दिन रह गया है।
नेचुरल गैस वायदा की कीमतें 171-175 रुपये के दायरे में कारोबार कर सकती है। अमेरिका में अधिक उत्पादन के साथ ही गैस की माँग में कमी होने से कल अमेरिकी नेचुरल गैस वायदा की कीमतों में लगभग तीन वर्षो के निचले स्तर पर गिरावट हुई। (शेयर मंथन, 24 अप्रैल 2019)