बेस मेटल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ कारोबार करने की संभावना हैं। तांबे (मार्च) की कीमतें 717 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 723 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती है।
बांड यील्ड में तेजी से निवेशकों का सेंटीमेंट प्रभावित होने से वॉल स्ट्रीट में गिरावट के बाद एसएचएफई और एलएमई पर बेस मेटल की कीमतों में आज नरमी देखी जा रही है। इससे पहले, केंद्रीय बैंक के मौजूदा प्रोत्साहन से संभावित मुद्रास्फीति के मुकाबले धातुओं की खरीदारी के कारण तांबे की कीमतें कल लगभग एक दशक के उच्चतम स्तर पर पहुँच गयी। यूरोप और संयुक्त राज्य अमेरिका में तांबे की माँग में उछाल और कम वैश्विक भंडार के कारण कीमतों को मदद मिली है। इंटरनेशनल कॉपर स्टडी ग्रुप के अनुसार रिफाइंड तांबा बाजार में वर्ष में पहले से ही 24 मिलियन टन की कमी देखी जा रही है और 2020 के पहले 11 महीनों में 5,89,000 टन की कमी है।
जिंक की कीमतें 223 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 227 रुपये, लेड की कीमतें 176 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 180 रुपये के स्तर पर पहुँच सकती हैं। अंतरराष्ट्रीय जिंक एसोसिएशन के अनुसार, 2021 में भारत में जिंक की खपत 14-15% बढ़ सकती है। निकल की कीमतों के तेजी के रुझान के साथ सीमित कारोबार करने की संभावना है और कीमतों को 1,367 रुपये के पास समर्थन के साथ 1,390 रुपये के स्तर पर बाधा रह सकता है। सबसे बड़े निकल उत्पादक देश इंडोनेशिया को अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला से निवेश का प्रस्ताव मिला है। नोरिल्स्क निकेल ने कहा कि साइबेरिया में ओकीब्रैस्की और तैमिरस्की खानों को आंशिक रूप से निलंबित कर दिया गया था क्योंकि इसमें भूमिगत जल के रिसाव का पता चला है।
एल्युमीनियम की कीमतों में 174 रुपये के स्तर पर सहारा के साथ 177 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है। (शेयर मंथन, 26 फरवरी 2021)