सरकारी बैंकों के विलय (Bank Consolidation) का उद्योग जगत ने किया स्वागत
उद्योग जगत ने कई सरकारी बैंकों का आपस में विलय करके बड़े सरकारी बैंक बनाये जाने के फैसले का स्वागत किया है।
उद्योग जगत ने कई सरकारी बैंकों का आपस में विलय करके बड़े सरकारी बैंक बनाये जाने के फैसले का स्वागत किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का एनपीए मार्च 2018 के अंत की तुलना में चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में 31,000 करोड़ रुपये से अधिक घटकर 8,64,433 करोड़ रुपये रह गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पुणे के सेवा विकास को-ऑपरेटिव बैंक (Seva Vikas Co-operative Bank) का लाइसेंस रद्द कर दिया है। आइबीआई ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी है।
वित्त वर्ष 2015-16 की दूसरी तिमाही में सिंडिकेट बैंक का लाभ 5.2% बढ़ कर 332 करोड़ रुपये हो गया है।