आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) ने इंडिया अपॉर्चुनिटीज फंड नाम से अपनी एक नयी योजना का न्यू फंड ऑफर (एनएफओ) पेश किया है।
यह एक खुली अवधि वाली इक्विटी योजना है, जो विशेष परिस्थितियों (स्पेशल सिचुएशंस) की थीम पर निवेश के अवसरों की तलाश करेगी। इसका एनएफओ 26 दिसंबर 2018 को खुला है और 9 जनवरी 2019 तक खुला रहेगा। इसके फंड मैनेजर शंकरन नरेन और रोशन चुटकी हैं। इसमें न्यूनतम 5,000 रुपये और उसके बाद एक रुपये के गुणक में आवेदन किया जा सकता है।
इस योजना का उद्देश्य कॉर्पोरेट पुनर्गठन, सरकारी नीतियों या नियमन में आये बदलावों, कंपनियों के सामने आने वाली तात्कालिक विशिष्ट चुनौतियों और इसी तरह की अन्य घटनाओं के चलते उत्पन्न विशेष परिस्थितियों के चलते मिलने वाले अवसरों में निवेश करना है। इसका मानक (बेंचमार्क) सूचकांक निफ्टी 500 है। इस योजना में सिप का विकल्प एनएफओ और उसके आगे के लिए उपलब्ध है। निकासी शुल्क (एक्जिट लोड) 12 महीने की निवेश अवधि तक 1% और उसके बाद शून्य है।
इस एनएफओ पर आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड की एक प्रस्तुति (प्रेजेंटेशन) में विशेष स्थितियों के बारे में कहा गया है, "विशेष परिस्थितियाँ ऐसी विशिष्ट दशाएँ हैं, जो कंपनियों के सामने समय-समय पर आ सकती हैं। ये दशाएँ एक फंड मैनेजर के लिए निवेश के अवसर लाती हैं, जो उस अवसर के प्रभावों की व्याख्या कर पूर्वानुमान लगा सकता है। इस निवेश रणनीति के केंद्र में उन कंपनियों को पहचानना है, जो विशेष परिस्थितियों में हों।"
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल की सोच है कि तीन तरह की चुनौतियों को अवसरों में बदला जा सकता है। एक तो किसी कंपनी या किसी क्षेत्र या अर्थव्यवस्था में तात्कालिक संकट के चलते पैदा विशेष परिस्थिति। दूसरे, किसी सरकारी कदम या नियमन संबंधी बदलाव के चलते और तीसरे, वैश्विक घटनाओं या अनिश्चितताओं के चलते पैदा होने वाली विशेष परिस्थितियाँ।
इस योजना की निवेश शैली के बारे में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड का कहना है कि इसमें निवेश का एक विशिष्ट नजरिया रखा जायेगा जिससे कंपनियों के बुनियादी पहलुओं या बाजार की धारणाओं में बदलाव और अन्य विशेष परिस्थितियों का लाभ उठाया जा सके। विशेष परिस्थितियों वाली कंपनियों की पहचान करके इस योजना में शेयरों का एक संघनित पोर्टफोलियो रखा जायेगा। यह योजना बाजार पूँजीकरण (मार्केट कैप) और क्षेत्र को लेकर उदासीन होगी, यानी निवेश करते समय इनके आधार पर चयन नहीं किया जायेगा।
इस समय बाजार में किस तरह के अवसर उपलब्ध हैं, इसके बारे में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड का ध्यान टेलीकॉम, एनबीएफसी, अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध (ट्रेड वार) से लाभ उठा सकने वाली कंपनियों और ऑटो क्षेत्र पर है। (शेयर मंथन, 31 दिसंबर 2018)
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