एचडीएफसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (HDFC AMC) ने 2022-23 की चौथी तिमाही में पिछले साल की समान तिमाही के 343.5 करोड़ रुपये से 10% वृद्धि के साथ 376.1 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हासिल किया है।
इन वहीं 31 मार्च 2023 को समाप्त वित्त-वर्ष के लिए एचडीएफसी एएमसी का शुद्ध लाभ (नेट प्रॉफिट) 1,423.9 करोड़ रुपये रहा, जो 31 मार्च 2022 को समाप्त वित्त-वर्ष की तुलना में 2% अधिक है। कंपनी ने शेयरधारकों को 2022-23 के लिए 48 रुपये प्रति शेयर लाभांश (डिविडेंड) देने का भी निर्णय लिया है।
एचडीएफसी एएमसी 31 मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में 11.1% औसत तिमाही एयूएम के साथ देश के सबसे प्रमुख म्यूचुअल फंड प्रबंधकों में से एक है। इसका औसत तिमाही एयूएम बीती तिमाही में 4,498 अरब रुपये का रहा, जो 31 मार्च 2023 को समाप्त तिमाही में 4,321 अरब रुपये का था। इसका 31 मार्च, 2023 को समाप्त तिमाही के लिए कामकाजी लाभ (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 394.8 करोड़ रुपये रहा, जो 31 मार्च 2022 को समाप्त तिमाही में 378.0 करोड़ रुपये था। कामकाजी आय (रेवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशंस) इस दौरान 5% बढ़ कर 541 करोड़ रुपये पर पहुँचा।
31 मार्च 2023 के आँकड़ों के अनुसार कंपनी के कुल मासिक औसत एयूएम का 67% योगदान व्यक्तिगत निवेशकों द्वारा दिया जाता है, जबकि पूरे म्यूचुअल फंड उद्योग में यह औसत 58% का है। पूरे उद्योग में व्यक्तिगत मासिक औसत एयूएम की 12.9% बाजार हिस्सेदारी एचडीएफसी एएमसी के पास है, जो कंपनी को व्यक्तिगत निवेशकों के सबसे पसंदीदा विकल्पों में से एक बनाती है। एचडीएफसी एएमसी के कुल सक्रिय खाते 31 मार्च, 2023 तक 1.14 करोड़ थे। इसके पैन (PAN) या पीईकेआरएन (PEKRN) द्वारा पहचाने गए अद्वितीय ग्राहकों की संख्या 31 मार्च, 2023 तक 66 लाख हो गयी है, जबकि पूरे उद्योग के लिए यह संख्या 3.77 करोड़ है। इस आधार पर एचडीएफसी एएमसी की बाजार में 18% की हिस्सेदारी है। (शेयर मंथन, 25 अप्रैल 2023)